Friday 24 February 2023

दशहरा - डॉ बी निर्मला


 
















दशहरा

देश भर में मनाया जाता पावन पर्व दशहरा, 
विश्व में सबसे प्रसिद्ध है,मैसूर का दशहरा,
दस दिनों का पावन पर्व है बहुत ही खास,
हर वर्ष करते हैं,इस पर्व का सभी इंतजार।

देखो,चारों ओर उल्लास का माहौल है छाया,
जीवन में खुशियो के पल साथ जो लाया,
सारे शहर को,रंग बिरंगे लाइटों से हैं सजाते,
देश विदेश से लाखों लोग इसे देखने हैं आते।

जीत चामुंडी देवी का,महिषासुर के वध का,
रावण पर,प्रभु श्रीराम की महा विजय का,
अधर्म पर धर्म और असत्य पर सत्य का,
अन्याय पर न्याय और पाप पर पुण्य का।

हार पर जीत का,अपवित्रता पर पवित्रता का,
कुमार्ग पर सुमार्ग का,बुराई पर अच्छाई का,
दुश्मनी पर दोस्ती,नफरत पर प्रेम की जीत,
दशहरा है,तम पर प्रकाश के विजय का पर्व।

नकारात्मक सोच पर, सकारात्मक सोच का,
बुराइयों पर अच्छाई की विजय का,यह पर्व,
संदेश सारे,हमारे जीवन में यह पर्व ले लाया,
सबके जीवन को खुशियों से कर दे हरा भरा। 

नये जोश,नये उल्लास,और नई उमंग के साथ,
आओ दशहरा पर्व मनाएं,सभी खुशियों संग,
दशहरे पर मिटा दो,अपने मन की बुराइयां,
ले आओ अपने जीवन में खुशियां,अच्छाइयां।

दस दिन तक रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन,
मैसूर महल में होता है सांस्कृतिक कार्यक्रम,
देश के कई कलाकार,अपना हूनर है दिखाते,
और सभी लोग इनका बड़ा आनंद उठाते।

महल से सजे हाथियों की  सवारी निकलती,
मुख्य हाथी पर स्वर्ण मंटप पर विराजे चामुंडी,
साथ सैनिकों की टोली,हाथ में भाला लेकर,
पीछे कर्नाटक के प्रसिद्ध नृत्य करते हुए लोग।

एनसीसी,एनएसएस,स्काउट्स गाइड्स समूह,
अच्छे लगते हैं वर्दी में,करते हुए मार्च पास्ट,
सुंदर झांकियों का जुलूस निकलता इस दिन, 
सड़क के दोनों ओर,सवेरे से खड़े रहते लोग।
 
पारंपरिक खेलों का किया जाता है आयोजन, 
पुरुष महिलाएं,बच्चे सब लेते हैं इसमें भाग,
दशहरे पर मेले,प्रदर्शनियों का होता आयोजन,
और लोग करते अपनी वस्तुओं का प्रदर्शन।

भारतीय संस्कृति का प्रतीक है पावन दशहरा,
पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है दशहरा,
चामुंडी देवी की कृपा,सब पर हमेशा बनी रहे,
आओ खुशी से हम सभी दशहरा पर्व मनाएं।

डॉ बी निर्मला,
मैसूर, कर्नाटक।

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