Saturday 11 March 2023

दीपावली खुशियों का त्योहार - कवि सुरेंद्र कुमार जोशी

 
























*अंतरराष्ट्रीय हिन्दी साहित्य प्रतियोगिता मंच - "हमारीवाणी"*

*प्रतियोगिता का विषय* 
*दिवाली / गोवर्धन / विषकर्मा / भाईदूज / धनतेरस / त्यौहार / पूजा*

*दीपावली खुशियों का त्योहार*

घर आंगन में दीपक देखो, 
खुशियों का त्योहार है । 
द्वार द्वार चमके दीपक, 
खुशियों का त्योहार है । 

तोरण फूल पताका से, 
चमक रहे घर बार है । 
हर घर में खुशियां मनाते, 
खुशियों का त्योहार है । 

बच्चे बूढ़े मात्रृ शक्तियों में, 
खुशियों की बहार है । 
चारों ओर जगमगाते दीपक, 
खुशियों का त्योहार है । 

धनतेरस धन्वंतरि देव की, 
पूजा का त्योहार है । 
चारों ओर जगमगाते दीपक, 
खुशियों का त्योहार है । 

रूप चौदस  रूप निहार, 
 गोवंश स्नान का त्यौहार है । 
चारों ओर जगमगाते दीपक, 
खुशियों का त्योहार है । 

अमावस्या माता लक्ष्मी पूजन , 
सुख शांति समृद्धि  प्रेम अपार है । 
चारों ओर जगमगाते दीपक, 
खुशियों का त्योहार है । 

पड़वा के दिन गोवर्धन पूजा, 
दूध अन्न धन का भंडार है । 
चारों ओर जगमगाते दीपक, 
खुशियों का त्योहार है । 

विश्वकर्मा का करते पूजन, 
सभी में खुशियां साकार है । 
चारों ओर जगमगाते दीपक, 
खुशियों का त्योहार है ।

भाई दूज पर भाई बहन का, 
मिलता पवित्र प्यार है । 
चारों ओर जगमगाते दीपक, 
खुशियों का त्योहार है । 

सत्य सनातन धर्म का, 
यह पावन त्यौहार है । 
चारों ओर जगमगाते दीपक, 
खुशियों का त्योहार है । 

सारा सच कहता है सुनलो, 
दीपावली खुशियों का त्योहार है । 
चारों ओर जगमगाते दीपक, 
खुशियों का त्योहार है । 

सारा सच का कहना मान कर, 
दीपावली खुशियों का त्योहार है । 
चारों ओर जगमगाते दीपक, 
खुशियों का त्योहार है । 

चारों और दीपक जगमगाते, 
दीपोत्सव का त्योहार है । 
चारों ओर जगमगाते दीपक, 
खुशियों का त्योहार है । 

रचना का शीर्षक 
*दीपावली खुशियों का त्योहार* 

रचना पूर्ण रूप से मौलिक है सत्य एवं प्रमाणित है

कवि सुरेंद्र कुमार जोशी
ग्राम- जोलाय
तहसील- सोनकच्छ
जिला -देवास /मध्य प्रदेश

No comments:

Post a Comment