Monday 29 April 2024

भूकंप - प्रा.रोहिणी डावरे

 

भूकंप
                     प्रा.रोहिणी डावरे
                     महाराष्ट्र

क्यों आया जलजला
जीवन तबाह हो चला
कैसी आफत यह कैसी बला
पल भर में सब को दिया रूला।१।

बिखर चुके सारे परिवार
कैसे  मिले अपनों का प्यार
जहाँ तक जाती अपनी नजर
मिट्टी के ढेर सा बना मंजर।२।

अपनों का खोना पड जाए भारी
सही नां जाए अपनों की दूरी
तबाह हो गई जिंदगी पूरी
फिर भी जिंदा रहने की मजबूरी।३।

मनुज तरक्की पर नां कर गुमान
*सारा सच* अमीर गरीब समान
खुदा ने कुदरत को दे दी कमान
नां देखे हिन्दु नां देखे मुसलमान।४।

कुदरत का करिश्मा देखो
आपदाओं से लडना सीखो
संघर्ष, संकट से जो डर जाए
मजबूत इन्सान कैसे कहलाए?।५

जब-जब आता है भूचाल
जीवन हो जाए हाल - बेहाल
मजबूत सिंहासन हुए डाँवाडोल
*सारा सच* है जीवन अनमोल।६।

भूकंप का झटका आए
बडे बूढे सबको डराए
कच्चे मकान जाते हैं टूट
भूकंप सबको ले लेता लूट।७।

जब जब सो जाती मानवता
भूकंप दुनिया को है हिलाता
हिन्दु मुस्लिम हो सिख ईसाई
बन जाते हैं सबके भाई।८।

सुनो हमारी एक जुबानी
जिंदगी बनी करूण कहानी
हमारे कारनामों से है आणीबाणी
प्रकृति से नां करो छेडखानी


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