Friday, 10 February 2023

भारत - अनन्तराम चौबे अनन्त

 















राष्ट्रीय हिन्दी साहित्य मंच हमारी वाणी
साप्ताहिक प्रतियोगिता हेतु

विषय ....भारत
नाम ..अनन्तराम चौबे अनन्त जबलपुर म प्र
कविता ...

          भारत 

सोने की चिड़िया भारत था
वो भारत फिर से बनाना है ।
सुख शांति समृद्धि यहां हो
ऐसा ही हिन्दुस्तान बनाना है ।

आतंकवाद और भ्रष्टाचार से
मुक्त हो ऐसा देश बनाना है ।
आरक्षण की वैशाखी न हो
स्वावलंबी भारत बनाना है ।

भारत देश हमारा है
आपस में भाई चारा है।
एकता आपस में रहती है
ऐसा सुन्दर देश हमारा है ।

खेतो का खलियानों का
ये देश है वीर जवानों का ।
मिट्टी की सौदीं खुशबू में
देश है सच्चे  किसानो का ।

हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई
सब मिलकर भाई भाई रहते ।
सभी धर्मो की पूजा करते हैं
सारा सच गुरूद्वारे में माथा टेकते ।

मस्जिद में नमाज है पढ़ते हैं
मंदिरो में सब पूजा करते हैं ।
चर्च में जाते प्रार्थना करते हैं।
सभी धर्मो का आदर करते हैं ।

रक्षाबंधन दशहरा दीवाली
मिलकर खेलें रंगो की होली ।
ईद मुबारक मिलकर करते
क्रिसमस में भी खुशी मनाते ।

शरहद पर वीर जवानों को
सदा नमन हम सब करते हैं ।
जय जवान जय किसान के
नारे लगा उत्साहित करते हैं।

कोई जवान शहीद जब होते 
शरहद की जो रक्षा करते हैं।
जान हथेली पर जो रखते ।
सारा सच मुस्तैदी से रहते हैं।

ठंडी गर्मी या बरसात हो
मौसम चाहे जो भी आते हैं।
अपने घरों में रहकर भी हम 
सुख चैन की नींद से सोते हैं ।

सारा सच है  हर मौसम में
शरहद पर वीर जवान रहते हैं ।
दुश्मन पर है नजर वो रखते हैं ।
देश की रक्षा हमेशा करते  हैं।

देशभक्ति के इस जज्बे को
सदा ही नमन हम करते हैं ।
शरहद के वीर जवानों को ।
शत शत नमन हम करते हैं ।

देश की एकता भाई चारा
सारा सच ऐसा भारत हमारा है ।
एकता और भाई चारे का
ऐसा सुन्दर ये देश हमारा है ।

  अनन्तराम चौबे अनन्त
   जबलपुर म प्र

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