वीर जवान - ममता शाह
हम चैन से अपने घरों में बेफिकर सोते रहे
और तुम सेवा में निस दिन नित समय डटे रहे,
जीवन मृत्यु के खौफ से तुम बेखौफ होकर
बन देवदूत मानव सेवा में यमदूत से लड़ते रहे,,
सारी मानवता को आपकी इस वीरता पर नाज है
मानव सेवा के लिए कर्तव्य पथ पर शान से अड़े रहे,
नींद थी आंखों में मगर वो सोए नहीं
भूख थी बेशक मगर वो खाए नहीं
बखूबी फर्ज निभाया वीरों ने तटस्थ वो खड़े रहे,
धन्य हैं वो माता पिता धन्य मेरे देश की धरा है,
ऐसे ही वीर जांबाजों से ऐ मां सदा तेरी गोद सजी रहे,
अश्रुपूर्ण आंखों से देती हूं सलामी
इस धरा के वीर सपूतों को
युगों युगों तक आपके नाम की शमां ऐसे ही जलती रहे ।
ममता शाह
उत्तराखण्ड

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