योग महान विभूति,
विश्व गुरु की संस्कृति,
योग महान विभूति,
बने निरोगी संतति,
मिले आत्मिक शांति।
योग के सहयोग से,
पराजित हर व्याधि।
'जान है तो जहान है',
जागरूकता सर्वस्व हो,
जीवन उत्सव होगा तभी,
जब देह -प्राण स्वस्थ हों,
मानसिक विकार सभी,
जड़ से पस्त हों,
समाज भी स्वस्थ हो!
योग के सहयोग से,
विश्व गुरु के भाल का
रवि कभी न अस्त हो।
तरुणा पुंडीर ' तरुनिल'
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