शरीर को ऊर्जा देने वाले आसन योग —
योग स्वस्थ् जीवन जीने की शैली है। लोग सोचते हैं कि प्राणायाम और आसन ही योग है, लेकिन ऐसा नहीं है। यह बहुत बड़ा आध्यात्मिक शास्त्र है। अगर आप नियमित योगाभ्यास करते हैं तो इससे आपका मेटाबऻलिज्म सुधरता है और रोग प्रतिशोध क्षमता भी बढ़ती है।
योग के 10 आसन जो आपके पूरे शरीर को संपूर्ण व्यक्तित्व को संवार देते हैं, इनमें उत्त्कटासन आसन– यह आसन जोड़ो, पेरों की मांसपेशियों में लचीलापन लाता है ,निचले अंगों की मांसपेशियों को मजबूत और टोन करता है। शरीर की संतुलन क्षमता बढ़ाता है। दूसरा कुंभकासन इसमें भुजाएं ,रीढ़ की हड्डी ,सीना और जांघों की मांसपेशियों को मजबूत बनाती हैं । अगर नियमित किया जाए तो 1 महीने में ही पेट में कमी साफ देखी जा सकती है। तीसरा विरासन पीठ ,कंधे और मांसपेशियों मजबूत होती हैं शवास गहरी होती हैं। शरीर भी जागरूकता ,संतुलन ,एकाग्रता सुधरता है। नाडियों को शांत करता है। पाच मयूरासन यह फेफड़ों, लीवर अग्रसेन, किडनी और पेट को मजबूत करता है पाचनतंत्र में गैस बनाना कम करता है । डायबिटीज में लाभदायक आसन है। पांचवा सेतु आसन जकड़ी पीठ को ठीक करता है ,गुर्दे और थायराइड की कार्य क्षमता को नियमित करता है । इससे शरीर में रक्त का प्रवाह ठीक होता है, हाई ब्लड प्रेशर में लाभदायक है। इनके अलावा और भी आसन है, जिनमें यषटीकासन का आसन होता है जो मन को शांत बनाए रखने का सबसे सरल उपाय बताता है। अर्धमत्स्यऐर्नदासन यह दिल की बीमारी पर नियंत्रण करता है। त्राटक आसन इच्छा स्मरण शक्ति बढ़ाने में सहायक होता है । सर्वांगासन– मस्तिष्क को सकारात्मक ऊर्जा देने वाला आसन होता है।
डॉ . बी.आर . नलवाया पूर्व प्राचार्य, शासकीय कन्या महाविद्यालय ,मंदसौर मप्र
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