नियम - सागर सिंह भूरिया
नियम हमेशा दुनिया के भले के लिये बनाये जाते है। जिनका सभी को पालन करना होता है। नियम के अनुसार ही ईश्वर ने सारी सृष्टि का सृजन किया है।
ये सारा सच है कि जब इन्सान अपने चन्द फायदे के लिए कुदरत के बनाए हुए नियमों का उलंघन करता है तब कुदरत वो भयानक सज़ा देती है जिसका परिणाम सारी दुनिया को भुगतना पड़ता है।
ये सबके सामने सारा सच है कि इस बार हिमाचल,उत्तराखण्ड,जम्मू-कश्मीर तथा कई अन्य जगहों में भीषण तुफान,पहाड़ों में भूस्खलन, कहीं आसमान से अचानक बादल फटने की भयानक घटनाएं हुई। जिसके कारण हजारों लोगों के जान-माल का नुकसान हुआ। जिससे कई निर्दोष जानें चली गई।
इसके लिए इन्सान खुद दोषी है। कहीं पहाड़ों के नीचे से सूरगें निकाली जा रही है। बेवजह जमीन की खुदाई करके इसे खोखला किया जा रहा है। दुसरी तरफ दुनिया में हथियारों की होड़ मची है। ढेरों विस्फोट कीये जा रहे हैं। जिससे धरती का भीतर से तापमान बढ़ रहा है। जो कुदरत के नियमों के खिलाफ है।
हमें उक्त घटनाओं से सबक लेते हुए अपनी कार्यशैली में सुधार करने की बहुत जरूरत है।
इसलिए आओ हम सब अपना फर्ज समझकर ईमानदारी के साथ प्रत्येक नियमों का पालन करें चाहे वो ईश्वर के बनाए हो या इन्सान के द्वारा बनाए गए हो।
सागर सिंह भूरिया,
बैजनाथ, कांगड़ा, (हिमाचल प्रदेश)

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