परिचय - डॉ० अशोक
सुबह की किरण
नए परिचयों में
रंग भरती
हवा की लय
अनकहे शब्दों को
घर बुलाती
चलते कदम
रास्ते पहचान कर
साथ निभाते
खुलती धूप
मन की झिर्रियों में
उष्मा भरती
नदी की धुन
नए रिश्तों जैसा
धीरे बहती
आसमान भी
परिचय के पलों को
सहेज लेता
पत्तों की खनक
अनजानी बोलियों में
भाव जगाती
मधुर उजाला
पहली मुलाक़ात की
मुस्कान बुनता
दूर क्षितिज
अजनबियों के बीच
नेक़ी ढूंढे
मन का दीप
हर संबंध के साथ
रोशनी पाए
बिखरी राहें
परिचय के धागों से
जुड़ती जाएँ
जीवन कहता
नए चेहरों में भी
घर मिल जाता
डॉ० अशोक, पटना, बिहार
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