Monday, 1 December 2025

अधिकार - कंचनमाला ’अमर’(उर्मी)

अधिकार - कंचनमाला ’अमर’(उर्मी)
________
जीवन की है धारा अधिकार
मन में ये करता है उजियार,
ना बड़ा है ना कोई छोटा
प्रकृति ही देती ये उपहार।

समता सम्मान जीवन का रंग
उचित हमेशा इनका संग,
अन्याय अंधेरा जब जब घेरे
अधिकार भान ही देता बल ।

अधिकार है देता संविधान
देता है मन को खुली उड़ान,
करना उसका हरदम सम्मान
क्योंकि देता सबको पहचान।

अधिकारों का मान सदा है
कर्तव्य बिना ये व्यर्थ सदा हैं,
दोनों जब जब चलते हैं संग
खिलते रहते फिर जीवन रंग।

स्वरचित व मौलिक
कंचनमाला ’अमर’(उर्मी)✍️
Delhi 

No comments:

Post a Comment

परिचय - सपना