Monday, 1 December 2025

पहचान पत्र - डा अनन्तराम चौबे अनन्त

 
राष्ट्रीय हिन्दी साहित्य मंच हमारी वाणी 

साप्ताहिक प्रतियोगिता हेतु 
विषय.. परिचय पत्र/ परिचय 

पहचान पत्र - डा अनन्तराम चौबे अनन्त

नाम.. महाकवि डा अनन्तराम चौबे अनन्त जबलपुर मध्यप्रदेश 
कविता... पहचान पत्र /परिचय 

आजादी के बाद बनी नितियों 
से आम जनता परेशान हुई ।
कितने पहचान पत्र/परिचय बने
पर जनता ही परेशान हुई ।

देश की जनता  देश की 
नीतियों से हलाकान हुई ।
देश की नीतियों से सभी
आये दिन हैरान परेशान हुए।

देश में एक नीति बनी
राशन कार्ड व्यवस्था का
अच्छा चलन कराया ।
आम जनता ने इसका
भरपूर फायदा उठाया ।

फिर संशोधन नीति आई
लाल पीले हरे गरीबी रेखा
के कार्डो का चलन कराया ।
मध्य वर्ग की जनता को
जो सुविधायें मिल रही थी
सुविधाओं से वंचित कराया।

फिर एक नीति बनी वोटर
पहचान पत्र को बनवाया ।
जनता को वोट डालने की
अच्छी सुविधा दिलवाया ।

फिर जैसे इन कार्डो का
बस चलन सा हो गया ।
इनकम टैक्स के लिये
पेन कार्ड चलन में आया ।

सभी गाड़ियां चलाने का
लायसन्स कार्ड बनवाया ।
विदेश जाने वीजा कार्ड
दवाई के लिए मेडिकल कार्ड ।

मजदूरी कार्ड मनरेगा कार्ड
निजी पहचान कार्ड बनवाये।
फिर एक नीति बनाई
बैंको में ए टी एम कार्ड से
अच्छी सुविधा दिलाई ।

जनता ने जगह जगह पैसा
निकालने अच्छी सुविधा पाई ।
सारा सच फिर एक नीति बनाई
आधार कार्ड चलन में आया
बैंक औऱ गैस कम्पनियों के
इधर उधर चक्कर लगवाये ।

फिर एक नीति बनाई
स्कूल में बच्चों के साथ
पूरे परिवार के लिए सारा 
सच समग्र आई डी कार्ड की
एक और परेशानी बढाई ।

लाडली लक्ष्मी योजना
बेटियों के लिए लाये ।
इसमें भी एक बार
सभी के चैक बनवाये ।

उनको कैंसिल कराकर
सारा सच फिर नये बनवाये
छै माह तक उसी के लिए
बार बार चक्कर कटवाये ।

इस तरह देश में न जाने
कितने कार्डो की नीति बनाई
अब पे टी एम फोन पे गूगल पे
की सुविधा कम  मुसीबत कराई ।

आम जनता को सुविधा कम
परेशानी कुछ ज्यादा ही बढाई
आम जनता को सुविधा मिले 
न मिले कार्ड बने न बने
आम जनता इन्हीं परिचय पत्रों
को बनवाने में हैरान परेशान हुई।

सरकार द्वारा बनाई गई
इन नीतियों से आये दिन देश
की आम जनता परेशान हुई।
जन्म से मृत्यु तक न जाने 
कितने परिचय पत्र बनवाये ।

वर्तमान में चुनाव आयोग ने 
बोटर लिस्ट की चैकिंग में
एस आई आर शुरू किया है ।
घुसपेठियों की पहचान होगी ।
गलत जिसने बोटर पहचान पत्र 
बनवाये है उनकी पहचान होगी ।

विदेशी घुसपेठिये देश में आकर 
 पहले तो देश में बस जाते हैं ।
कुछ दलाल स्वार्थी लोग राशि लेकर 
इनके पहचान पत्र बनवा देते हैं। 

यही घुसपेठिये बोट डालते
फ्री का राशन पानी लेते हैं ।
सरकार की सभी सुविधाएं 
यही घुसपेठिये लेते रहते हैं ।
              
 महाकवि डा अनन्तराम चौबे अनन्त
   जबलपुर म प्र

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