Wednesday, 24 December 2025

सुहागन - डॉ. विमुख पटेल

सुहागन - डॉ. विमुख पटेल

सोलह श्रृंगार से सजती वो ..
लाल जोड़े में देवी मुरत सी हैं!
हाथों में लिये थाली पुजा की ...
निर्जला व्रती सुहागन वो...
प्रतिक्षारत चाॅंद की संग पिया के हैं!
मांगें वो अखंड सुहाग करवा माता से ...
कामना पति के दिर्घायु व समृद्धि की करती हैं!
जाऊं सुहागन मैं मांगती आशीष हैं!
सात जन्मों तक मांगे अमर सुहाग अपना ...
पति के कांधों ही जांऊ अर्थी पर ...
मांग में भर सौभाग्य सिंदुर जोड़ हाथ विनती करती हैं!
उपहारों से नहीं पति के प्रेम‌ व सम्मान में प्रशन्नता अनुभव करती हैं !
पत्नी संवारें संसार पति का ...
वो तो पति को ही अपना संसार मानती हैं !
मेरे भारत की सनातनी परंपरा की स्त्रियां ...
इसी भाव व श्रद्धा से करवा चौथ का व्रत करतीं हैं !
सती सीता अनुसुइया सावित्री की धरा पर जन्मीं ये स्त्रियां ...
अपनी जन्मभूमि ओर संस्कृति पर गर्व करतीं हैं!!

डॉ. विमुख पटेल.... ✍️
गुजरात 

No comments:

Post a Comment