संजय वर्मा "दृष्टि"
बलिदानियों के बलिदान से, देश आजाद हमारा है
लहराता है जब तिरंगा ,लगता कितना प्यारा है।
कश्मीर से कन्याकुमारी तक,भारत को सबने संवारा है
मिली आजादी से भारत ,अब लगता कितना प्यारा है
बहती गंगा-जमुना सी नदियाँ ,यहाँ की पावन धारा है
लहराता है जब तिरंगा ,लगता कितना प्यारा है
बलिदानियों के बलिदान से, हुआ देश आजाद हमारा है।
आजाद होने के लिए सबने भारत माँ को पुकारा है
भारत मां का वंदन करके,बलिदानियों ने सब को तारा है
खुली बेड़ियाँ बलिदानियों से, अब तो स्वतंत्रता ही सहारा है
लहराता है जब तिरंगा ,लगता कितना प्यारा है
बलिदानियों के बलिदान से, हुआ देश आजाद हमारा है।
वन्दे मातरम के नारों को ,मिलकर सबने पुकारा है
भारत के कर्णधारों को ,तब भारत माँ ने दुलारा है
आजाद "की मातृभूमि का, भाबरा कितना प्यारा है
लहराता है जब तिरंगा ,लगता कितना प्यारा है
बलिदानियों के बलिदान से, हुआ देश आजाद हमारा है।
संजय वर्मा "दृष्टि "
मनावर जिला -धार (म.प्र.)
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